Bejati Ka Badla, Bhabhi Ko Chod Kar Liya – Episode 2

Deep punjabi 2018-03-25 Comments

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मैंने फेर भी हल्के से मन मारकर उसके दाने को जीभ से चाटना शुरू कर दिया। वो मज़े में आकर मेरा मुंह अपनी चूत पे दबा रही थी। जब मुझे लगा के उसका होने वाला है तो मैंने अपना मुंह वहां से हटा लिया और अपना लण्ड उसके आगे करके उसे चूसने को कहा।

वो ना चाहते हुए भी मेरे लण्ड को मुंह में लेकर चूस रही थी। कभी वो मेरे आंडो को जीभ से चाटती तो कभी मेरे लण्ड का सुपाड़ा अपने दाँतो से हल्के हल्के काटती।

जब मेरा भी वीर्य निकलने वाला था तो मैंने उसका मुंह पकड़ के अपनी कमर तेज़ चलानी शुरू करदी। लण्ड उसके हलक तक घुसा दिया और उसके मुंह में ही अपना माल छोड़ दिया। उसकी तो जैसे साँस ही अटक गयी थी। उसकी खांसी रुकने का नाम नही ले रही थी।

मैंने सोचा साला क्या पंगा ले लिया यार, मेरे कमरे में उसके खाँसने की आवाज़ सुनकर घर का कोई सदस्य न आजाये। मैंने उसे पानी पिलाया और अपने दुर व्वयहार के लिए मांफी मांगी। वो साली गुस्से से अपने वादे से मुकर गई और अपने कपड़े उठाकर बाहर जाने लगी।

मैंने उसको एक बार फेर माफी मांगी ओर आगे से ऐसी गलती दुबारा न करने का भरोसा दिया। फेर पता नही उसके मन में क्या आया और बोली,” ठीक है ये आपकी पहली और आखरी गलती है। अब जल्दी से लण्ड चूत में डालो और मुझे भी अपने घर जाने दो। मेरा अभी अभी रस्खलन हुआ था तो अभी सोया हुआ लण्ड उसकी चूत में कैसे डालता। तो मैंने उसे लण्ड की तरफ इशारा करके दुबारा खड़ा करने को बोला।

वो — एक शरत पे मुंह में लुंगी के अब मेरे मुंह में नही झड़ोगे।

मैं– हाँ, वादा करता हूँ, इस बार मैं चूत में ही झड़ूंगा।

उसने मुझे लेट जाने का इशारा किया और मैं लेट गया। अब फेर उसने मेरे लण्ड को अपनी चुनरी से साफ किया और दुबारा अपने मुंह में ले लिया। अब मैं आँखे बन्द किये उसके द्वारा किये फोरप्ले का मज़ा ले रहा था।

जब उसे लगा के मेरा मुंह अजीब सा बन रहा है तो वो मेरे लण्ड से अपना मुंह हटाकर अपनी चूत खोलकर आहिस्ते आहिस्ते उसपे बैठकर निचे की और दबाव बनाने लगी। ऐसा उसने तब तक किया जब तक पूरा जड़ तक लण्ड उसकी चूत में घुस न गया।

फेर वो मेरे ऊपर बैठकर मेरे जाघो पे अपने हाथ पीछे की और मोड़कर उठक बैठक करने लगी। करीब 10 मिनट तक ऐसे ही हिलते रहने के बाद, फेर वो मेरे ऊपर लेटकर हिट लगाने लगी। कभी वो मेरे होंठ चूमती, तो कभी अपने बूब्स मेरे मुंह में देती।

करीब 10-12 मिनट तक चले इस कामुक खेल में हम दोनों एक साथ रस्खलित हुए और हांफते हुए एक दूसरे की बाँहो में लिपटे रहे। मैंने फेर उसकी गांड पे हाथ रखकर उसको पेलने की चाह बताई।

वो — पागल हो गए ओ क्या? मैंने तो आज तक सन्दीप को इसका मज़ा नही लेने दिया। तुम्हे कैसे हाँ बोल दूँ। आज के लिए इतने में ही सब्र करो। आज तुमने बहूत मज़ा दिया है मुझे दीप.. मेरा दिल फेर चाहा तो किसी दिन फेर एक रात तुम्हारी बाँहो में गुजारूंगी और तुम्हारी ये रहती इच्छा भी जल्द ही पूरी करूंगी। मन तो अब भी जाने का नही है। लेकिन बच्चे घर पे अकेले है। सो अब जाना पड़ेगा..

लेकिन उस से पहले तुम वो दोनों रिकॉर्डिंग को मिटा दो। तुम्हे मेरी कसम है। मैंने तुम्हारी शर्त मानी है। अब तुम भी मेरी बात मानो। मैंने उसके सामने वो दोनों रिकॉर्डिंग डिलीट करदी और उसे जाने की इज़ाज़त दे दी। वो कपड़े पहन कर अपने घर चली गयी।

सो दोस्तो ये थी मेरी एक नई काम गाथा आपको जैसी भी लगी अपने कीमती विचार हमारे ईमेल पते पे भेज दे, मेरा ईमेल पता है “[email protected]”, आपके कीमती विचार हमे आगे से और अच्छा लिखने में मददगार साबित होंगे।

किसी और दिन नई कहानी में बताऊंगा के कैसे मैंने उसकी टाइट गांड का मज़ा लिया। आज के लिए इतना ही, फेर किसी दिन एक नई गाथा लेकर फेर हाज़िर होऊंगा। तब तक के लिए अपने दीप पंजाबी को दो इज़ाज़त… नमस्कार …!

💐💐💐💐 समाप्त 💐💐💐💐

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