Sumit Aur Uska Parivar – Part 3

Dilwala Rahul 2016-06-25 Comments

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सुमित- इसे लण्ड बोलते हैं, या लोडा भी बोल सकती है तू.

(ऋचा हंसने लगती है)

ऋचा- लण्ड, हा हा हा ये कैसा नाम है लण्ड…

सुमित- धीरे बोल, वरना माँ आ जायेगी. चल तूने कहा था इसे पिछोड़ेगी, अब हलके हलके पिचोड़ इसे और आगे पीछे भी करना, जब मैं कहूँ तेज कर तो तेज करना, और जब मैं कहूँ धीरे तो आहिस्ता आहिस्ता हाथ चलना समझी?

ऋचा- समझ गयी भैया, पास आओ..

(और ऋचा सुमित के लण्ड में अपने दोनों हाथ चलाती है और अपने भाई का मुठ मारने लगती है, सुमित के आदेशानुसार ऋचा उसके लण्ड को पिछोड़ती है, आगे पीछे करती है)

सुमित- अह्ह्ह्ह… बहन अह्ह्ह्ह…. उफ्फ्फ्फ तेरे हाथों में जादू है बहना, ऐसे ही तेज तेज कर जितनी तुझ पर जान है बहना, अह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह….

थोड़ी देर बाद इसमें से बटर निकलेगा अह्ह्ह्ह्ह…

ऋचा- कौन सा बटर भैया, जो हम खाते हैं, अमूल का?

सुमित- हा हा हा अह्ह्ह्ह… हाँ वो ही समझ ले, अह्ह्ह्ह… उसमे ताकत होती है, उसे फेकते नहीं है, उसे खाते हैं.

ऋचा- तो भैया मैं खा लुंगी बटर, आप चिंता मत करो, बटर बर्बाद नहीं होगा.

सुमित- अगर तुझे खाना है तो ऐसा कर, मेरा लण्ड अपने मुह में डाल ले और वैसे ही आगे पीछे कर जैसे हाथ से कर रही थी, जल्दी, अह्ह्ह्ह…

ऋचा- ओके भैया.

(और ऋचा सुमित का लण्ड अब मुह में डाल देती है और आगे पीछे करने लगती है. सुमित का मजा सातवें आसमान में पहुच जाता है, एक *** साल की गोरी पतली, सेक्सी, हॉट, कामुक लड़की के मुह में सुमित के लण्ड का मुत्थारोपन हो रहा था, सुमित सिसकारी भरता है)

सुमित- बहन, मक्खन आने वाला है, तेज तेज चूस बहन अह्ह्ह्ह्ह, ओह्ह्ह्ह्ह गया, उम्म्म्म्म्म्म्म… बहन तू सही में रानी है, अह्ह्ह्ह… मैं आया बहन, मक्खन आया बहन, अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह…

(और सुमित सारा माल ऋचा के मुह के अंदर छोड़ देता है और ऋचा सारा माल पी जाती है, और फिर सुमित ऋचा के होंठ पर अपने होंठ रख देता है और किस करने लगता है, दोनों भाई बहन किस करने में मशगूल हो जाते हैं, फिर किस करते करते सुमित ऋचा का टॉप उतार देता है और अब ऋचा केवल नेकर और गुलाबी ब्रा में थी..

फिर सुमित ऋचा का ब्रा भी उसके पतले, कच्ची जवानी वाले बदन से अलग कर देता है, और ऋचा के बूब्स जो अभी अभी जवान हुए थे उसके भाई के सामने नग्न थे और ऋचा ने शर्म से अपने बूब्स हाथों से ढक लिए, सुमित ने ऋचा के हाथों को हटाया और ऋचा के अधपके गुठली वाले बूब्स अपने मुह में भर लिए और उन पर टूट पड़ा, निप्पल चूसने लगा, ऋचा सिसकारी भरने लगी)

ऋचा- भैया, मुझे अजीब सा फील हो रहा है, ऐसा क्यों हो रहा है भैया, अह्ह्ह्ह्ह मजा आ रहा है बहुत, ऐसे ही चूसो भैया, अह्ह्ह्ह… अह्ह्ह्ह्ह्ह… उईईईईई…. उम्म्म्म्म्म्म्म….. गयीईई… अह्ह्हह्ह्ह्ह भैयाआआह्ह्ह्ह…. चूसो और तेज चूसो, खा जाओ भैया अह्ह्ह…

(ऋचा अपने जीवन में पहली जवानी में पहली बार गरम हुयी थी और सेक्स चढ़ना स्वाभाविक बात थी, जलती जवानी की आग में सुमित की *** साल की बहिन ऋचा की कामुकता से भरी सिसकारी पुरे घर में गूंजने लगी, सुमित ऋचा के बूब्स खाये जा रहा था..

उसके बाद सुमित ऋचा की नाभि और पेट को चाटने लगा, ऋचा मदहोशी में डूब गयी, वो दूसरी दुनिया में थी, उसे कुछ होश नहीं था, जवानी की आग में वो जल गयी, और इस आग में घी उसका अपना भाई सुमित डाल रहा था, फिर सुमित ने ऋचा का नेकर उसके बदन से अलग किया और उसकी जालीदार पेंटी भी अलग कर दी, अब ऋचा ऊपर से नीचे तक बिलकुल नंगी थी.

** साल का कसा हुआ पतला, गोरा जिस्म, पतली कमर, मोटी गोरी जांघें बहुत ही कामुक लग रही थी, अब ऋचा के शरीर में केवल उसकी टांगों में काले धागे बंधे थे, बाकि पूरा शरीर नंगा था. ऋचा सेक्स से पागल हुए जा रही थी..

सुमित ने देखा कि ऋचा की चूत से बहुत सारा पानी निकल रहा है, ऋचा की चूत में हलके हलके रेशमी बाल थे, छोटी सी फूली हुयी गुलाबी चूत बहुत ही टाइट और बिलकुल नयी लग रही थी, अब सुमित ने चूत में जीभ फेरना शुरू किया तो ऋचा तो पागल ही हो गयी)

ऋचा- अह्ह्ह्हह….. शहह्ह्ह्ह्ह… उईईईईई….मम्मी मर गयी, ये क्या अह्ह्ह… कर रहे हो भैयाआआह्ह्ह्ह्ह्ह्…. ये जादू है अह्ह्ह्ह….. भैया मजा आह्ह्ह्ह… रहा अह्ह्ह.. है, ऐसे ही चाटो अह्ह्ह्ह…. उम्म्म्म्म….

(सुमित जीभ से ऋचा की चूत चोद देता है और उसकी सील तोड़ देता है और ऋचा की चूत से खून निकलता है जो सुमित के मुह में लग जाता है, ऋचा खून देखकर डर जाती है लेकिन सुमित उसे इसके बारे में समझता है तो ऋचा शांत हो जाती है)

सुमित- बहन आज तेरी सील टूट गयी, अब तू वर्जिन नहीं है बहन, तेरी चूत लण्ड लेने लायक हो गयी है.

ऋचा- अह्ह्ह्ह… भैया बहुत मजा आया, लण्ड लेने लायक मतलब? इसमें अब लण्ड डालेंगे, और मक्खन भी?

सुमित- मक्खन नहीं बहन, सिर्फ लण्ड डालेंगे क्यों कि मक्खन से तुझे बच्चा हो जायेगा.

ऋचा- अच्छा मक्खन से बच्चा भी होता है क्या? मतलब आप और मैं मक्खन से हुए है?

सुमित- हाँ बहन, पापा ने मक्खन माँ की चूत में डाला था तो हम दोनों हुए. चल अब मैं तेरी चूत में अपना लण्ड डालूँगा, पहले पहले दर्द होगा, बाद में तुझे बहुत मजा आयेगा, ठीक है बहना?

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