Meri Chudakkad Banne Ki Dastan – Part 1

Arashdeep Kaur 2017-07-09 Comments

हैलो दोस्तो, मैं अर्शदीप कौर उर्फ चुद्दकड़ अर्श आपके सामने अपनी पहली चुदाई की सेक्स इंडियन हिन्दी चुदाई कहानी लेकर हाजिर हूं और उम्मीद करती हूं आपको बहुत पसंद आएगी। मेरी पहली कहानियों की तरह आप इस कहानी को भी बहुत बहुत प्यार दोगे। कहानी शुरु करने से पहले सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा सलाम। मेरे बारे में, मेरी आदतों के बारे में और मेरी फिगर के बारे आप जानते ही हो कि मैं कैसी हूं और कितनी चुद्दकड़ हूं।

पहली कहानियों में मैंने बताया था कि मेरी मम्मी भी बहुत चुद्दकड़ है और 8वीं कक्षा से छुप कर मम्मी के स्कूल के प्रिंसिपल और चपरासी के रूम में मम्मी और उनके अलग अलग चोदू यारों की चुदाई देखा करती थी। मम्मी को अलग अलग मर्दों से चुदते देखकर मेरी चूत और गांड में भी लंड लेने की खुजली होती थी।

मम्मी को शराब और चर्स पीकर चुदाई करते देखकर मेरा दिल भी वैसे ही चुदाई करने को करता था। एक दिन मुझे मम्मी की अलमारी के पीछे चर्स और शराब की बोतलें मिलीं और ढूंढने से एक नकली लंड भी मिल गया। उसके बाद मैं मम्मी की चर्स, सिगरेट और शराब चुरा कर पीने लगी। इससे मुझे शराब सिगरेट और चर्स की लत लग गई और नकली लंड को चूत एवं गांड में लेकर चुदाई की इच्छा पूरी कर लेती थी।

एक दिन नशा ज्यादा हो गया और चुदाई का भूत भी ज्यादा चढ़ गया तो नकली लंड को चूत के अंदर तक ले लिया और मेरी सील टूट गई। तब दर्द भी हुआ और खून भी निकला। उसके बाद मैं चूत और गांड में नकली लंड को पूरी तरह से अंदर लेकर चुदाई की प्यास बुझाने लगी।

छोटी उम्र में ये सब करने से मेरा बदन भी जल्दी भर गया और मेरे बूब्ज़ एवं चूतड़ भी बडे़ और शेप में आ गए। धीरे-धीरे नशे की लत भी ज्यादा हो गई और असली लंड से चुदाई का ख्याल हर टाईम दिमाग में रहने लगा। आखिर वो दिन आ ही गया जब मेरी चूत और गांड में असली लंड घुसा और कई सालों का इंतजार खत्म हुआ। उसके बाद कभी नकली लंड नहीं लिया और असली लंड लेने की झिझक दूर हो गई।

ये बात काफी साल पहले की है। मैंने 10 वीं के बाद कमर्स में दाखिला ले लिया। मैं अकाऊंट की पढा़ई के लिए एक रिटायर्ड प्रोफेसर के पास ट्यूशन रख ली। उनका नाम हेमराज और आयु करीब 60 साल थी। उनका कद 5 फीट 9 इंच और रंग गोरा था। उनका बदन काफी फिट और सेहतमंद था। उनका चेहरा क्लीन शेव और सिर पर सफेद बाल थे लेकिन दिखने में आकर्षित थे। उनकी पत्नि का निधन हो चुका था, बेटी और बेटा अपनी-अपनी फैलिली के साथ यूएसए में रहते थे। वो यहां अकेले रहते थे और बच्चों को ट्यूशन पढा़ते थे। खाना वगैरह एक नेपाली नौकर बना कर चला जाता था।

एक बार किसी काम की वजह से दो दिन ट्यूशन नहीं जा पाई। तीसरे दिन उन्होंने छुट्टी की हुई थी जो मुझे मालूम नहीं था और मैं उनके घर चली गई। हेमराज सर घर ही थे और उन्होंने बताया कि आज सब को छुट्टी की हुई है। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।

मैं वापिस आने लगी तो हेमराज सर ने कहा अर्श तुम अंदर बैठ जाओ दो दिन में जो पढा़ई की है उसके नोटिस पडे़ हैं वो ले जाना, मैं अभी आधे घंटे में आता हूं और घर को ताला नहीं लगाना पडे़गा। मैं अंदर बैठ गई और सर चले गए। बैठे-बैठे मैं मोबाईल पर पोर्न मूवी देखने लगी और मुझे मालूम ही नहीं हुआ कब सर मेरे पीछे आकर खडे़ हो गए। जैसे ही मूवी खत्म हुई मैंने पीछे देखा हेमराज सर खडे़ थे। मैं एकदम से घबरा गई और खडी़ हो गई।

सर ने मुझे बैठने को कहा और मेरे सामने बैठ गए। सर ने कहा घबराओ नहीं बेटा, मैं किसी को नहीं बताऊंगा। मैंने कहा थैंक्यू सर। सर ने आगे बात शुरु की कि इस उम्र में सेक्स की तरफ झुकाव ज्यादा होता है और ये मूवी देखना या ब्वॉयफ्रेंड बनाना आजकल बड़ी बात नहीं है। मैंने कहा जी सर आजकल सब लड़कियों के ब्वॉयफ्रेंड हैं। सर ने पूछा क्या तेरा भी कोई ब्वॉयफ्रेंड है बेटा। मैंने कहा नहीं सर अभी तक तो नहीं है। सर फिर बोले जब तुम ऐसी मूवी देखती हो तो कुछ करने का मन नहीं होता। मैंने कहा होता है सर लेकिन डर लगता है।

सर ने मुझे देखा और बोले गलत मत समझना बेटा, मैं कई सालों से अकेले रह रहा हूं और सेक्स नहीं किया। अगर तुम चाहो तो तुम जो करना चाहती हो वो भी हो जाएगा और मेरा अकेलापन भी दूर हो जाएगा। मैंने कहा मतलब सर, तो सर ने कहा सेक्स रूह का खाना होता है हम दोनों को मिल सकता है और किसी को मालूम भी नहीं होगा। मैंने कहा लेकिन मुझे डर लगता है सर अगर कुछ हो गया तो क्या होगा। सर ने कहा मैं तब तक तेरे साथ सेक्स नहीं करूंगा जब जक तुम न चाहो लेकिन तब तक ऊपर ऊपर से तो कर सकते हैं, मैं तुम्हारी चूत जीभ से चाटकर और तुम मेरा लंड चूस कर पानी निकाल लिया करेंगे।

मैं गर्म हो चुकी थी लेकिन सिर झुका कर चुपचाप बैठी रही, तभी सर मेरे पास बैठ गए और मेरे बूब्ज़ दबाने लगे। मुझ से भी रहा नहीं गया और सर के होंठों पर होंठ रखकर चूम लिया। मैंने कहा सर अभी वादा करो जब तक मैं नहीं कहूंगी तब तक आप लंड मेरी चूत में नहीं डालोगे। सर ने कहा ठीक है और मैं सर के होंठ चूमने लगी। तभी सर ने कहा आज जल्दी से कर लेते हैं थोडी़ देर में नेपाली आ जाएगा और कल से मुझे जल्दी आने को बोला। सर ने बाहर के गेट को बंद कर दिया और अंदर आकर मुझे सीने से चिपका लिया।

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