Mera Pehla Pyaar Meri Padosan

mos0411 2016-02-29 Comments

मैं – टिक है डियर,अब मेरा गिफ्ट कब डोगी मूज़े?

रंजिनी – अब मेरे पास तूमे देने के लिए कुछ नही है,सॉरी फ्रेंड.

मैं – इट इस ओक डियर,पर क्या मैं तूमे डार्लिंग कह सकता हूँ जब हम अकेले हो तो?

रंजिनी – टिक है पर द्यान रकना की सिर्फ़ अकेले मैं,ओके?

मैं – हा डार्लिंग ओके .

कुछ दिन ऐसे ही बीते और इस बीच हम ज़्यादा नस्दीक़ हो गये. कुछ बार तो इनडाइरेक्ट यानी डबल मीनिंग में बात भी होती रही. यह सब मेरे रंजिनी को छोड़ने करने का कवाब बहूत जल्दी पूरा होता दिखा.

पर इस बीच कुछ ऐसा हुवा जिससे मेरी जिंदगी बदल दी.

एक दिन कॉलेज फेस्ट में मधु नाम की लड़की से मेरा पहचान हुव. मधु से अकचे दोस्ती बनी. मधु देल्ही से आही हुवी थी. हॉस्टिल में रह कर पढाही कर रही थी. सुंदर गोल चेहरा,हमेशा एक मुस्कान के साथ बात करती थी. खूबसूरत नशीली बुरे आँखो से देखती तो कोई भी मार मिठने को तहार हो जाए. 32 या 34 के रासपुरी आम के जैसी मोम्मे थे मधु के. आम तौर पर पंजाबी सूट ही पहनती थि. होंठ के नीचे एक सुंदर सा तिल उसको ऐश्वर्या राई जैसा लुक देता था. बहूत सर लड़के उस पर मरते थे. कमर 28 के,गांद 34 के लगते थे. हमेश हम कॉलेज में ही मिलते थे.

एक दिन मधु ने मूज़े एक रेस्टोरेंट में मिलने बुलय. मैं इस बात से अंजान के यह मुलाकात मेरी जिंदगी बदल के रख देगी मैं मधु से मिलने उस रेस्टोरेंट को निर्दरिथ समय पर पौंचा. मधु ने आज पीला पंजाबी सूट पहना हुवी थी. मूज़े उसने फॅमिली रूम में एक कॉर्नर सीट पर बुलाया. जब मैं वाहा पौंचा तो मूज़े देखते ही मधु ने मूज़े ज़ोर से हग करा. मैं उसके इस कदम को एक्सपेक्ट नही किया था. मूज़े एक जटका सा लगा,मूज़े किसी लड़की ने पहले बार आपने आगोश में लिया थ.

मैं किसी जादूई दुनिया में खो गया. मूज़े मेरी छाती में कुछ मुलायम मुलायम चीस लगि. वह चीस मधु के मोम्मे थे. मेरा पप्पू कड़क होने लग. जीन्स में आधे कड़क पप्पू का मधु को कुछ मालूम पड़ा होगा . मूज़े कुछ होश ही नही रह. हम ऐसे ही 5-10 मिनिट तक रहे. किसी की कदमो के आहाट ने मूज़े जगाया. मैने झट से मधु को आपने से आलग किया और सीट में बैट कर मधु के आँखो को देखा तो उसके आँखो में आसू थे . मैने कहा.

मैं – सॉरी मधु अगर बुरा लगा तो.

मधु – सॉरी ! किस लिए ?

मैने उसकी आँखो के तरफ़ इशारा किया तो

मधु – सॉरी तो मूज़े कहना चाहिए,मेरी प्राब्लम को तुम पर लद दी.

मैं – वैसे ऐसा क्या हुवा जो तुम रो रही थी .

मधु – मुझे अनिल ने दोखा दिया ,अनिल मुझसे नहीं अनीता को प्यार करता है . अनीता को जलने के लिए मेरे करीब गुम रहा था जब मैंने इ लव यू कहा तोह बोलता है तुमे मैंने तो बस अनीता को जलने के लिए इ लव यू कहा था . (अनिल और अनीता दोनों मेरे क्लास्स्मतेस है ,दोनों का प्यार करना मुझे मालूम था ,पर मधु का अनिल को प्यार करने की बात मुझे अभी उसीसे अभी मुझे मालूम
पड़ी )मैं तोह दांग रह गया जब उसने अनिल से अपना महोबत की बारे में बताया)

मधु लगातार रोई जा री थी. अब मैं उसे कैसे दिलासा देता यह मैने पहले कभी नही किया था फिर भी तोड़ा हिम्मत करके मैने कहा.

मैं – मधु अनिल और अनिता के बारे में मूज़े पता था पर तुम अनिल कोई चाहती हो यह मूज़े क्यू नही बताया और अब मूज़े यह सब क्यूँ कह रही हो?

मधु – मैं तुमरे और अनिल के बीच अनिल को तोड़ा ज़्यादा चाहती थी पर अब नही.

मैं – अब मुजसे क्या चाहती हो?

मधु – अब मैं सिर्फ़ तुमसे प्यार करती हूँ . इस बात को तूमे बताने के लिए ही तूमे कॉलेज से बाहर बुलाया ताकि कोई डिस्टर्ब ना कर सके.

मधु – ई लव योउ सन्जय. तुम मूज़े प्यार करो यही मैं तुमसे चाहती हूँ.

मेरे तो मु बंद हो गहा. सारे लड़के जिसके एक नज़र के लिए तरसते हैं, वह कूद मुशसे प्यार करती है.

यह जानके मैं एक तरफ खुश था पर रंजिनी का ख़याल करके मैं कन्फ्यूज़ हो गया.

मधु से कुछ कहे बिना मैं आपने घर चला गया. मधु मूज़े तरसती आँखो से देखती रह गाही.

आगे का हाल बहाल कल.. sex stories in hindi

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