Maya Ki Chut Ne Lagaya Chodne Ka Chaska – Part III

Picashow 2015-05-23 Comments

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Maya Ki Chut Ne Lagaya Chodne Ka Chaska – Part III

सरोज: साले अनाड़ी अब मत निकाल… निकाल के फिर से डाला तो फिर और भी दुखेगा बस्स अब्ब तो हो जायेगा तू इसे घुसेड ही दे…. फाड़ दे साली की चूत…….. बहोत गुमान था ना तुजे अपनी चूत पर….. ले साली लेती जा फट गयी ना…..चुद अब्ब….. विकी बनादे इसकी चूत चिर के उसको भी भोसड़ा…दोनो तपके लाल लोहे जैसी हो गयी थी और बापरे माया चूत इतनी गरम थी……….ओह्ह्ह जैसे आग की भठी….

माया: आह्ह्ह सुरु थोडा दर्द हो रहा हे…

सरोज: ओह्ह बाबा तू हमें सहयोग नहीं देगी और अपनी चूत अकड़कर रखेगी तो दर्द होगा…तू अपना बदन ढीला छोड़. विकी तू अहिस्ता से अपना लंड घुसेड कुछ नहीं होगा मैंने कितनी बार सेक्स किया हे, पहली बार थोडा दर्द होता हे न बाबा..

सरोज माया के सर के पास बैठ के उसके बालो को सहलाने लगी, उसे प्यार से की किस करने लगी..माया ने अपने पैर को ढीला किया और चूत को थोडा चोदा किया तो मैंने मोका पाके अपना पूरा लंड माया की चूत में उतार दिया..अह्ह्ह्ह जैसे कोई दोनों हाथ से अपना गला घोटता हो वैसा ही कसाव मेरे लंड पे था. माया की चूत के अन्दर एक गजब की गरमी मेरे लंड को महसूस हो रही थी और उस गरमी में वो और भी कड़ा हुआ जा रहा था. में अपना लंड माया की चूत में घुसेड़े हुआ ऐसे ही स्थिर रुका हुआ था. सरोज ने इशारो में कहा अन्दर बहार कर. मैंने अपना लंड थोडा बहार निकला और फिर से अन्दर पक्क्क्क से पेला, अब माया चीलाई नहीं तो मुझे भी सकून मिला, मेरे लंड में जोर का कसाव और गरमी आ रही थी, अन्दर सुपाडे में मीठी गुदगुदी और जटके आ रहे थे. मैंने अपना अध लंड बहार निकला और जोर से पेला तो वो चूत की जड़ तक जा टकराया ..

माया: (चीखते हुए) आःह्ह्ह विकी…..धीरे में मर गयी..

सरोज उठकर अपने दोनों पैर फैलाकर चूत के बल उसके मुह पे बैठ गयी, उसने अपनी चूत की पंखुड़िया माया के होठो पर सेट करके कहा…

सरोज: माया मेरी चूत को चूस यार मुझसे भी अब रहा नहीं जाता..साली चुदवा तू रही और आग मेरी चूत में लगी हे…सरोज का मुह मेरी तरफ था.. उसने मुझे इशारा किया चोद अब्ब…

में अपना लंड अहिस्ता अहिस्ता उसकी चूत के अन्दर बहार करने लगा..

माया: आह्ह्ह सुरु उठ….वो अपने हाथो से अपनी चुचिया दबा रही थी,,,अब उसे दर्द नहीं आनंद मिल रहा था. उसने सरोज को उठाकर अपनी चुचिया थमा दी.

में जोस में उसे चोदने लगा और वो मेरे लंड की रगड़ से भाव विभोर हो अपनी आंखे भावुक कर मुझे आमंत्रित कर रही और हर जटके को अपनी कमर उठाके जवाब देने लगी.. साथ में हांफते हुए सिसया रही थी…सीस सी हा अन्दर तक पेल हा बस ऐसे हम्म ऐसे….बस ऐसे मरे लाला अह्ह्ह्ह… वि..की… ओह्ह्ह्हह्ह….सुरु मेरी निप्पल चूस साली… उसने सरोज की चूत में अपनी दो ऊँगली घुसा दी और उसे रगड़ ने लगी… दोनो चिला रही थी…

सरोज: हाई ……मा….या….और थोडा अन्दर….ऊऊह्ह्ह्ह माआआआआआ याअया

माया: हा वि..की…जोर जोर से पूरा पेल….यार तूने आज माया को गुलाम बना दिया… मेरे ल्ल्ल्ला सी सीस सी सीस सीस अह अह अह हा बस ऐसे जोर से कर हां बस जोर से , सुरु मेरी निप्पल को चबा जा मेरी जान…..

सुरु: साली खुद लोडा ले कर बैठी हे, मेरा तो सोच.. सीस इस ईईईस स्सस्सस्स इए ओह्ह्ह माआआआआआ औ…..र. खुजा ऐसे आःह्ह्ह तेरा ख़तम हो तो मुझे भी विकी का लंड खाना हे यार.

में: साली आज दोनों की चूत फाडुगा…

कमरे में बस थप थप थप थप थप गपक गपक सीस सी आःह्ह्ह उम्म्म्म…. हो रहा था. में कस कस के शॉट ले रहा था और माया हर शॉट को अपने चुत उठाके जेल रही थी.

विकी….जोर से मेरे होने वाला हे जरा.. जोर से ऐसे ही…आआज्ज्ज्ज फाड़ दे…..ओह्ह्ह्ह माआआआआआआआ सी सीस इस इस आउच ओउच ओह्ह्ह aaahhhhh सुरु तूने तो हमें चोदना सिखाही दिया…अह्ह्ह्ह विकी…मेरे राजा में गयी में गयी उईईईए माआआआआआ वो अकड़कर सुरु को चिपक गयी और में भी जड़ ने वाला था तो बड़े बड़े शॉट लेने लगा… माया कसमसा रही थी मैंने जोर जोर से चार पांच शॉट लिए तो मेरी भी चीख निकली ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह माया सूऊऊ रु अह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह में गया और में भी माया पे ढेर हो गया. उसने मुझे अपने स्तनों पे दबोच किया… मेरा लंड उसकी चूत में ठंडा हो गया….जैसे ही मैंने लंड निकला सुरु ने उसको मुह में भर लिया..

सरोज: वाऊउ कितना नमकीन हे तुम दोनों का माल…

वो मेरे लंड को अपने मुह लपक लपक चूस ने लग गयी और मेरी गांड को सहला रही थी जहा से मुझे जटके महसूस हो रहे थे… उसने मुझे पीठ के बल सुला के मेरे लवडे को फिर से जगाने लग चपक चपक चाप चाप चाप छप स्लार्प पुच पुच पुच

वहा माया आंखे बांध कर चरमसीमा का सुख ले रही थी पर ये क्या उसकी चूत मेसे खून बह रहा था…

में: देख सुरु … माया की चूत में खून हे… उसने उसे अनसुना कर मेरे लोडे को पूरा का पूरा निगल रही थी..पुच पुच पुच…..

पांच मिनट में मेरे लवडे में फिर से कसाव आया की वो मेरे लोडे को अपने दोनों टाँगे फेला कर अपनी चूत में मेरे लंड हाथ में लेके उसके फाको में सेट कर उसपे बैठ गयी और मेरा लंड उसकी चूत में लपक के समां गया…में तो हैरान था की साली सरोज थकती नहीं.. हलाकि में थक गया था. मुझे शोना था. वो मेरे लंड के ऊपर बैठ के मुझे चोदने लग गयी…छप चप चप थप थप अब मेरे लंड में जोर का करंट आ रहा था. में भी ओह्ह्ह्ह सुरु मजा आ गया मेरी जाँ आह्ह्ह्ह आअहह्ह्ह्ह. वो मेरे लंड ऊपर निचे होते हुए खुद भी मजा ले रही थी और मुझे भी मजा दे रही थी. थप थप थप पुच पचू पचाक पचाक पक पक पकपक पक पक मेरा लंड काफी चिकना होने की वजह से माया से भी ज्यादा मजा दे रही थी. और में नीच से अपने लंड को उसकी चिकनी गर्म चूत में पेल रहा था….

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