Bhabhi Ki Film Dikha Kar Choda

Kunsinraj 2017-12-01 Comments

नमस्कार दोस्तों। जिस घटना के बारे में मैं लिख़ने जा रहा हूँ वो सिर्फ़ एक कहानी ही नही बल्कि मेरी जीवन की सच्ची घटना है। मै पहली बार कहनी लिख रहा हूँ अगर कोई गलती हो जाये तो अपनी सलाह दे।

अब कहनी की ओर चलते हैं।

मेरा नाम अमित है। मेरा क़द 5’8″ हैं , मेरी उम्र 25 वर्ष हैं।। मैं एक छोटे से शहर का रहने वाला हूं। अभी सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा दे रहा हूँ। मेरे परिवार में हम 6 लोग हैं, मैं, माँ, पापा , मेरा बड़ा भाई- राजेेश , भाभी- पूजा औऱ उनकी 1 वर्ष की बच्ची हैं।

ये घटना मेरे औऱ मेरी भाभी के बीच का है। मेरे भाई की उम्र 28 है और भाभी की 26 है। भाई सरकारी नौकरी में है और भाभी घरेलू महिला हैं।भाभी का क़द 5’3″ है , उनका फिगर 36-30-36 है, वो हल्की सी सांवली त्वचा की है।

भाई की शादी दो साल पहले हुई थी। जब पहली बार मैंने भाभी को देखा था । उसी समय से मुझे अपनी भाभी (पूजा) से प्यार हो गया था। मैं रोज भाभी को सोच -सोच कर मूढ़ मरता था। किसी भी बहाने से उन्हें छुने की कोशिश करते रहता हूं मैं। कभी कभार मज़ाक़ मज़ाक़ में मैं उनके गाल पर हल्की सी चुम्बन कर लेता था।

वो भी कभी इन सब बातों का बुरा नही मानती थी। लेकिन मेरे पास इतनी हिम्मत नही थी कि मैं इस से आगे बढ़ता। वैसे भी घर मे माँ , पापा और भाई सब लोग रहते थे। मुझे कभी भाभी के साथ अकेले में समय व्यतीत करने का मौका ही नही मिला था।

फिर कुछ महीनों बाद मुझे पता चला भाभी गर्भवती है। मैं खुश और उदास दोनो था उस दिन। ऐसे ही देखते देखते दो साल व्यतीत हो गया पता ही नही चला। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।

जब भी भाभी घर की सफाई करती है या बच्ची को दूध पिलाती हैं तो मै उनके स्तन को बड़े गौर से देखता हूँ। उन्हें भी पता था कि मैं देखता हूँ फिर भी वो कुछ नही बोलती थी। कभी- कभी उनकी ब्रा-पैंटी बाथरूम में मिल जाती थीं ।

पहले तो केवल मै ब्रा-पैंटी को सूंघ कर छोड़ देता था। पर अब उसमें मूठ मार के अपना स्पर्म गिरा देता था। भाभी तब भी इस बारे में कुछ बोलती नही थी लेकिन मुझे लगता था कि उन्हें सब पता है क्योंकि मज़ाक़ मज़ाक़ में वो बोल देती थी कि आजकल बहुत काम कर रहे हैं देवरजी आप… खाना अच्छे से खाया करो। लेकिन मेरी हिम्मत नही होती थीं उनसे इस बारे में बात करने की।

दस दिन पहले की बात है मेरे बुआ के सास का देहांत हो गया था। सब उनके घर जाने का प्लान बना रहे थे 2 दिन के लिए, लेकिन भाभी ने जाने से मना कर दिया , उनकी बच्ची को परेशानी होगी वहाँ ऐसा बताया। फिर भाई ने बोला अमित तू भी रुक जा। माँ भी कहने लगी तू रुक जा यही तो मैं रुक गया।

सब के जाने के बाद हमने रात का भोजन किया।और भाभी घर के काम निपटाने लगी और मैं बच्ची के साथ खेल रहा था। फिर भाभी आयी और हमारे पास ही बैठ गई। फिर वो बच्ची को सुलाने के लिए मेरे सामने ही उसे अपनी एक चूची निकाल कर दूध पिलाने लगी।

मैं भी उनकी चूची को लालची नज़र से देख रहा था , इतने में भाभी ने मुझसे पूछा क्या हुआ ? मैं घबरा गया फिर मामला संभालते हुए बोला , लगता है बच्ची सो गयी । भाभी ने देखा तो वो सही में सो गई थी। फिर वो उसे अपने बेड रूम में सुलाने चली गयी।

मैं वही बैठा अपने लैपटॉप पर एक हॉरर फिल्म पैरानॉर्मल एक्टिविटी ( हॉलीवुड फ़िल्म ) देखने लगा। कुछ देर बाद भाभी भी आ गयी बच्ची को सुला कर और साथ बैठकर फ़िल्म देखने लगी, फिर वो बोली बच्ची अकेली सो रही है उनके बेडरूम में वही चल कर फिल्म देखते हैं, मैंने वैसा ही किया। बेड के किनारे में मैं बीच मे भाभी और दूसरे किनारे पर बच्ची सो रही थी। हमने एक ही कंबल से अपने को ढका हुआ था। लैपटॉप भाभी के जांघों पर था।

फ़िल्म देखते समय जब भी भाभी को थोड़ी सी भी डर लगती तो वो मेरा हाथ पकड़ लेती थी। कुछ ही देर में हम दोनो आपस मे चिपक कर बैठ गए। भाभी की जांघ से मेरा जाँघ बिल्कुल चिपका हुआ था अब मेरा ध्यान फ़िल्म में नही भाभी पर था।

जब भी कोई सीन हल्की सी भी डरावनी आती तो मैं उनके जाँघ को पकड़ लेता था और कुछ देर बाद वो भी ऐसा ही करने लगी। मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था ।पैंट फाड़ के बाहर आने को तैयार था।

मैंने नाईट पैंट और टीशर्ट पहना हुआ था और भाभी ने साड़ी। अब मैं अपनी कोहनी से भाभी की एक चूची को कपड़े के ऊपर से ही हल्का हल्का दबाने लगा। भाभी का भी एक हाथ मेरे जाँघ पर था।

मुझे कुछ शरारत सूझी। मैने पैंट में से अपना खड़ा लंड निकाल लिया जो कि इस समय 6.5 का हो गया था। धीरे धीरे भाभी की चूची को अपने कोहनी से दबा भी रहा था। फिर मैं भाभी की तरफ हल्का सा घुम गया जिससे मेरा लंड भाभी के हाथ को जो मेरे जाँघ पर था उस को छूने लगा।

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