Chandigarh Me Papa Ke Dost Se Chudi – Part 1

Arashdeep Kaur 2018-03-03 Comments

अब वो अपना चेहरा मेरे चेहरे के बिल्कुल पास ले आया और उसकी सांसें मेरे हो़ठों पर गिरने लगीं। अचानक से उसने अपना हाथ मेरे बूब्ज़ से उठा लिया और मेरी शर्ट का बटन खोल कर मेरे ब्रा से बाहर निकले बूब्ज़ पर लगया।

फिर उसने मेरे बूब्ज़ को बहुत हल्के से चूमा और जीभ घुमाई! उसकी इस हरकत से मैं रोमांचित हो उठी। फिर उसने मेरी शर्ट का बटन बंद करके हाथ ऊपर रख लिया।

अब उसके होंठ बिल्कुल मेरे होंठों के पास थे और उसका हाथ कांपने लगा। मैं समझ गई वो मेरे होंठों को चूमना चाहता है लेकिन डर रहा है। मैंनें खुद ही अपना चेहरा आगे कर दिया और मेरे होंठ उसके होंठों से लग गए। वो बहुत सावधानी से धीरे धीरे मेरे होंठों को चूमने लगा और उसका लंड तनकर मेरे पेट पर लग रहा था। मैं काफी गर्म हो चुकी थी लेकिन वो आगे नहीं बड़ रहा था।

मैंने उठ कर लाईट जला दी और वो घबरा गया और जल्दी से अपनी तरफ सरक गया। लाईट जलने के बाद उसने ऐसे नाटक किया जैसे अभी आंख खुली हो। वो मुझ से बोला क्या हुआ अर्श लाईट क्यों जला ली।

मैंने कहा अंकल मैंने आपके सटाफ से सही सुना था कि आप कोई काम ठीक से नहीं करते। वो बोला क्या मतलब तो मैंने कहा ऐसे सोने का नाटक करके चूमने से हाथ फेरने से क्या होगा जो करना है वो करो और अंधेरे में मजा भी नहीं आता। तभी वो बोला तू जानती थी क्या चल रहा है।

मैं बैॅड पर आ गई और उसकी गाल पर चूमते हुए कहा हां जानूं। तभी बोला तो मैंने भी तेरे बारे सही सुना है कि तू बहुत चालू है। मैंने कहा जब पता है चालू हूं तो गेयर डाल कर चला ले। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।

मैं उसके गंजे सिर पर प्मार से हाथ घुमाते हुए उसके होंठ चूमने लगी और वो शर्ट के ऊपर से मेरे बूब्ज़ दबाने लगा। मैंने बैठे बैठे उसकी टी शर्ट को पकड़ कर ऊपर खींच लिया और निकाल दी।

तभी मैं उसकी गोद में सिर रखकर लेट गई और उसकी छाती पर हाथ घुमाने लगी। उसकी छाती इस उम्र में भी ठोस थी और उसका तना हुआ लंड मेरे सिर के नीचे चुभ रहा था जो काफी मोटा तगड़ा लग रहा था। वो थोडा़ झुककर मेरी शर्ट के बटन खोलने लगा।

बटन खोलते खोलते वो बोला क्या अर्श तुम सच्च में बहुत सारे मर्दों के साथ चुदाई कर चुकी हो मैंने कहा हां तो वो आगे बोला और जो तुम्हारी मम्मी के बारे सुना है क्या वो भी सच्च है। मैंने पूछा क्या सुना है पहले वो तो बताओ। वो बोला मैंनें सुना है तेरी मम्मी भी बहुत चालू रंडी है।

मैंने कहा हां सही सुना है। मैंने उससे पूछा आपने कहा से सुना तो बोला बहुत लोगों से। मैंने कहा लोंगैं ने गलत बताया हम किसी रंडी से भी ज्यादा बड़ी रंडियां हैं।

वो बोला क्या तू और तेरी मम्मी मुझ से एक साथ चुदाई कर सकती हो मैं तुम दोनों मां बेटी को एक साथ चोदना चाहता हूं।

मैंने कहा किसी दिन टाईम निकालकर घर आ जाना जब पापा आॉफिस में हों लेकिन पहले मुझे मम्मी से पूछना पडे़गा। वो बोला तुम पूछ कर मुझे फोन कर देना मैं टाईम देखकर आ जाऊंगा, मैंने कहा ठीक है। उसने मेरी शर्ट के बटन खोल दिए और मेरी ब्रा के ऊपर से बूब्ज़ दबाने लगा।

मैंनें अपनी बांहें उसके गले में डाल दीं और उसकी छाती को चूमने लगी। जैसे जैसे मैं उसकी छाती को अपने नाजुक होंठों से चूम रही थी वैसे वैसे उसके लंड का कड़कपन ज्यादा हो रहा था।

पढ़ते रहिये.. कहानी अभी जारी रहेगी और मेरी मेल आई डी है “[email protected]”.

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