Maya Ki Chut Ne Lagaya Chodne Ka Chaska

Picashow 2015-04-21 Comments

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में: अरे वाह ये बात अब बताती हो. क्यों भाई हम इतने पराये हे?

माया: नहीं मुना मुझे देखने लड़के १० साल से आते पर शादी कोई नहीं करता क्योंकि भगवान् ने मुझेमें एक कमी रखदी हे! मुझे देखने तो सब आते हे पर शादी के किये कोई राजी नहीं होता. इस लिए में अभीतक भैया पे बोज बनकर इस घर में अबतक बैठी हु. बात करते हुए उसकी सुन्दर आंखे नम हो गयी, उसकी आवाज़ गले में घुटने लगी.

में: अरे ये क्या मेरी बेस्ट बुआ रो रही हे, अरे आप तो इतनी सुन्दर हो की आपसे तो कोई भी लड़का शादी के लिए तैयार हो जाये. में छोटा हु वरना में ही आप से शादी कर लेता. मैंने थोड़ी हलकी सी मजाक करके उसे हँसाने की कोशिष की.

में: बड़ा भाग्यवान होगा वो इन्सान जिससे आपकी शादी होगी! तो उस्सकी आँखे भर आई और आसू छलक कर बहार आ गए और वो बोल पड़ी-

माया: मजाक न कर मुन्ना, तू भी अगर मेरी खामी जान जाये तो तू भी शादी से मना कर देता अगर तू मेरी उम्र का होता. तुजे कैसे बताऊ के मेरे अन्दर ऐसी कमी है की में माँ नहीं बन सकती. भैया ने मेरा बहोत इलाज कराया तो पता चला के एक ऑपरेशन कराना पड़ेगा और जिसका खर्च करीब ५ लाख तक होगा. वो बात करते करते टूट सी गयी और रोने लग गयी. वैसे हुमदोनो की खूब पटती थी पर इस बात से में अनजान था, उसके रोने से में भी भाबुक हो गया. मैंने उसके आंसू पोंछे और कहा-

में: बुआ में आपका इलाज करुगा और पापा को कहकर में आपका ऑपरेशन भी करवाऊंगा, पापा को पैसे की कोई कमी नहीं और आप को में बहोत प्यार करता हु. आपके लिए में कुछभी करुगा. यह कहते हुए मेरी आंखे भी भर आई.

मुझे रोता देख उसने मुझे अपनी तरफ खीच उसने मुझे कस के अपने गले से लगा लिया, रस्सी पे सुखाये कपडॉ के पीछे हम दोनो एक दुसरे को कस के जकड़े हुए थे. यह मेरी जिंदगी का पहला अनुभव था दोस्तों की में किसी लड़की को ऐसे कस अपनी बाहों में ले के खड़ा था. माया की कठोर चुचिया मेरी विशाल छाती पे बड़े जोर से कस के दब रही थी. में उसे सांत्वन देने के लिए उसकी पीठ को सहला रहा था. मेने महसूस किया की उसने ब्रा नहीं पहनी थी. मेरा बनियान और उनका चुस्त गाउन था हमदोनो की छातीयो के बिचमे. उनके गर्म आंसू मेरे कंधे पे गिर रहे थे और में बड़े प्यार से उसकी पीठ सहला रहा था. उसका बदन भीने कपडे हो जाने के बावजूद एकदम गरम था. उसके जिस्म से एक गजब की मादक खुश्बू से मुझे नशा दे रही थी. वो कांप रही थी. उसकी गरम सांसे मेरे गले से टकरा रही और उसकी असर मेरे लंड पे हो रही थी, वो खड़ा होने लगा था और मेरी बरमूडा में एक तम्बू सा उभर गया था. मेरे बदन में मानी बिजली का जोरदार करंट दौड़ रहा हो. अचानक उसने मेरे चेहरे को अपने हाथो से पकड़ कर मेरे होठो पर अपने नरम मुलायम गरमा गरम कांपते होंठ चिपका दिए और मेरे निचे के होंठो को वो जोर से चूसने लगी. हमदोनो ही भावुक थे एक दुसरे को कस के चूम रहे थे. हलाकि मुझे लिप किस करना नहीं आ रहा था पर में उसे सहयोग दे ने लगा था. में उसके बालो को सहलाते हुए कानो तक आ गया और उसके कान बूट को प्यार से मल ने लगा. मेने पाया की वो अपने जबान से मेरे मुह खोल ने की कोशिस कर रही तो मैंने उसे सहयोग देते हुए अपना मुह खोल दिया तो उसने जट से अपनी गुलाबी जबान मेरी जबान पे मलते हुए अपने मुह में खीच ली और जोर से उसे चूस ने लगी. मेरे तो मानो प्राण निकल रहे थे. मेरी बरमूडा में मेरा लोडा एकदम टाइट होकर कड़े लोहे सा ५.५ – ६ इंच का लोहे सा कड़ा हो गया और वो माया की चूत पे टकरा रहा था. मेरा भी बदन कापने लगा और उसमे आग सी भडकने लगी. एक नसीला अनुभव जो मुझे पहली बार माया ने कराया. यह मेरे जीवन की पहली लिप किस थी जो में जिंदगीभर नहीं भूल पाउगा.

अब मुझे थोडा डर सा लगा तो मेने माया को अलग इया और अपने कमरे में ले गया और उसको पानी पिलाया. उसकी आँखों अभीभी नम थी. मैंने उसकी आँखों में एक आसू के आरपार के गजब का नशा देखा. वो कम्पन, वो बदन की दहेकती गरमी, वो मादक खुश्बू. फिर भी अपनी सेफ्टी के लिए रुका. और कहा.

में: बुआ शायद यह हम गलत कर रहे हे, कोई देख लेता तो हम बदनाम हो जाते. मेरे दिल में आपके लिए बहोत प्यार और भावना हे, परन्तु हमें ऐसा नहीं करना हे. पर आप चिंता न करो सब ठीक हो जायेगा, में आपके साथ हु, आज से आपके सारे दुःख मेरे और मेरे सरे सुख आपके. मेने महसूस किया की में उनसे आंख नहीं मिला पा रहा था क्यों की मेरी बरमूडा में से मेरे खड़े लंड से बना तम्बू उसे साफ़ दिखाई दे रहा था और में तोलिया ले के उसे छुपा ने की कोशिश कर रहा था. उसने तोलिया छिनते हुए–

माया: अरे मुना तू हे तो अब मुझे कोई चिंता नहीं हे. पर अबसे तू मुझे अकेले में बुआ मत कहना क्योंकि आज से हम एक अच्छे दोस्त हे.
हलाकि मेरा तना हुआ लंड फिर से उसके सामने था. जिसे वो एकदम घुर के देख रही थी. मैंने थोडा संकोच करते हुए उसके कंधे पकड कर उसे अपने पलंग पे बिठाया और बाथरम की जा ही रहा था की उसने मुझे हाथ पकड़ कर अपने पास बिठा दिया. मेरे बालो को अपने हाथोसे सहलाते हुए बोली-

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