Attendance Ke Liye Chudwaya – Part 2

Arashdeep Kaur 2017-11-08 Comments

अब आगे की कहानी –  प्रोफेसर भी एक हाथ से जींस के ऊपर से मेरी मोटी एवं गोल गांड को दबाने लगा और दूसरे हाथ से मेरी मुलायम नंगी पीठ जोर-शोर से मसलते हुए कामुक आंहें भरने लगा। मैं बहुत गर्म हो चुकी थी और प्रोफेसर की गर्दन और छाती पर दांत गढा़ने लगी, मैं जितनी जोर से प्रोफेसर की गर्दन तथा छाती को चूसती उतनी ही जोर से उसके मुंह से कामुक आंहें निकलने लगतीं और पूरा रूम चुदाई के महौल में रंगा हुआ महसूस होने लगा।

तभी प्रोफेसर ने मुझे बालों से पकड़ लिया और बालों से खींच कर मेरा मुंह थोड़ा ऊपर की तरफ कर लिया। जैसे ही मेरा मुंह ऊपर को हुआ प्रोफेसर ने अपने होंठ मेरी गर्दन के नीचे लगा दिए और चूमने लगा। उसके होंठों का स्पर्श अपनी गर्दन पर पाते ही मेरे बदन में बिजली दौड़ने लगी और मैं उसके सिर में हाथ घुमाने लगी।

थोड़ी देर बाद वो अपनी जीभ से मेरी गर्दन चाटते हुए मुंह में खींच कर चूसने लगा और उसके हाथ मेरे बूब्ज़ से खेल रहे थे। प्रोफेसर ने मुझे मेरी पतली एवं गोरी कमर से पकड़ कर ऊपर को किया और मेरे बूब्ज़ चूमने लगा। वो मेरे बूब्ज़ के निप्पलों पर जीभ घुमाते हुए मुंह में ले कर चूसने लगा। वो बहुत जोर से मेरे बूब्ज़ को चूसने लगा और मेरे मुंह से अपने-आप कामुक सिसकियां निकलनी चालू हो गईं।

मैं प्रोफेसर के सिर को पकड़ कर उसका मुंह अपने बूब्ज़ पर दबाने लगी और मस्ती में मचलने लगी। प्रोफेसर मेरे पूरे बूब्ज़ अपने मुंह में लेकर चूसना चाहता था लेकिन मेरे बूब्ज़ ज्यादा बड़े और सख्त होने की वजह से उसके मुंह में समा नहीं रहे थे इसलिए वो कभी कहीं से कभी कहीं से मेरे बूब्ज़ चूसने लगा। प्रोफेसर पूरी तरह वहशी बन गया था वो मेरे बूब्ज़ को अपने दांतों से नोचने लगा।

उसके वहशीपन से मुझे बहुत मजा आ रहा था जितना वो वहशीपन दिखाता उतना ही मैं मस्ती में मचलने लगती। वो जगह जगह मेरे बडे़-बड़े गोल बूब्ज़ को दांतों से काटने लगा और मेरे हल्के भूरे बूब्ज़ के निप्पलों को दांतों के बीच पकड़ कर जोर से खींच कर छोड़ देता। उसके ऐसा करने से रूम में पुचचच पुचचच की जोरदार आवाजें गूंजने लगीं और हम दोनों मस्त हुए एक-दूसरे के जिस्म में समा रहे थे।

प्रोफेसर ने मुझे खड़ी कर दिया और मेरी जींस सैंडिल के ऊपर से खींच कर निकाल दी और मेरा पैंटी भी खींच कर निकाल दी। अब मैं बिल्कुल नंगी उसके सामने खड़ी थी और वो भी खड़ा हो गया। वो अपनी पैंट एवं अंडरवियर निकालते हुए बोला अर्श डार्लिंग मैंने आज तक तुम्हारे जैसी हॉट फिगर वाली लड़की नहीं देखी और इतने बड़े और सख्त बूब्ज़ आज पहली बार मेरे हाथ लगे हैं।

अब प्रोफेसर भी मेरे सामने बिल्कुल नंगा हो गया था और मैंने उसके लंड की तरफ देखा वो काफी लंबा एवं मोटा था और लोहे की रॉड की तरह अकड़ कर सीधा खड़ा था। प्रोफेसर फिर से सोफे पर बैठ गया और उसने मेरी कमर में हाथ डालकर अपने पास खींच लिया।

वो मेरी भरी हुई गोरी जांघों को अपने हाथ से सहलाने लगा और अपने होंठ मेरे गोरे मुलायम एवं चिकने पेट पर रख दिए। वो मेरे पेट को जीभ से चाटने लगा और मेरी नाभि में जीभ घुसा कर हिलाने लगा। मैं उसके सिर को पकड़ कर अपने पेट पर दबाने लगी और जब वो मेरी नाभि में जीभ घुसा कर हिलाता तो मेरे मुंह से मस्ती भरी चीख निकल जाती तथा मैं उसके सिर के बालों को अपने हाथों में भींच लेती। वो मेरे पेट को चूमते चाटते हुए मेरे बडे़ बडे़ चूतड़ दबाने लगा।

कुछ देर बाद उसने मुझे मेरी कमर को पकड़ कर मुझे घुमा दिया और मेरी मोटी गांड उसकी तरफ हो गई। वो मेरे चूतडो़ं को सहलाता हुआ बारी बारी से मेरे गोल गोल चूतडो़ं को चूमने लगा और अपनी जीभ से चाटने लगा। उसने मुझे ऐसे ही अपनी गोद में बैठा लिया और पीछे से मेरी गर्दन चूमने लगा।

उसने मुझे थोड़ा आगे झुका कर पीछे से मेरे बूब्ज़ अपने हाथों में ले लिए और मेरी गोरी पीठ चूमने लगा। मैं चुदाई के नशे में उसकी गोद में बैठी मस्त हो रही थी और उसका लंड मेरी गांड पर ठोकर मार रहा था। हम दोनों बहुत मस्ती में डूबे हुए आनंद ले रहे थे प्रोफेसर अपना लंड मेरी गांड पर दबा रहा था और मैं भी अपनी गांड से उसका लंड मसल रही थी। अचानक मुझे मस्ती सूझी मैं आगे को झुक गई और अपनी गांड की दरार के बीच प्रोफेसर का लंड फंसा लिया और अपनी कमर हिला कर उसके लंड को अपनी गांड के ऊपर महसूस करने लगी।

प्रोफेसर ने मुझे गोद में उठा कर बैॅड पर बैठा दिया और मुझे बोला अब मैं तुम्हारी चूत चाटना चाहता हूं। तो मैंने कहा ऐसे नहीं तथा बैॅड पर लेट गई और उसको 69 अवस्था में ऊपर आने को कहा। वो मेरे कंधों के ऊपर अपने घुटने मोड़कर लेट गया। उसका लंड बिल्कुल मेरे होंठों के सामने था और उसका मुंह मेरी चूत के बिल्कुल पास था, उसकी गर्म सांसें मुझे मेरी चूत पर महसूस हो रही थीं। उसने मेरी टांगें खोलकर अपने होंठ मेरी चूत पर रख दिए और मेरी चूत पर जीभ घुमाने लगा।

मैंने उसके लंड के टोप्पे से चमड़ी पीछे की और उसके लंड के टोप्पे पर गोल गोल जीभ घुमाते हुए लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी। वो अपनी जीभ को मेरी चूत के ऊपर चलाने लगा और उसका बढ़ा हुआ पेट मेरे बूब्ज़ को दबा रहा था।

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